![रोज शाम मर रहा हूं मैं's image](https://kavishala-ejf3d2fngme3ftfu.z03.azurefd.net/kavishalalabs/post_pics/%40samkit-jain/None/IMG_20221202_125620_29-12-2022_16-54-25-PM.jpg)
रोज़ सुबह बुनता हूं रोज शाम उधड़ रहा हूं मैं
जिंदगी की उलझनों में दिन-ब-दिन उलझ रहा हूं मैं
बुझाने गले की प्यास अपने ही आंसू गटक रहा हूं मैं
खोया मुसाफ़िर हूं सूरज के उजालों में भी भटक रहा हूं मैं&n
Read More! Earn More! Learn More!
रोज़ सुबह बुनता हूं रोज शाम उधड़ रहा हूं मैं
जिंदगी की उलझनों में दिन-ब-दिन उलझ रहा हूं मैं
बुझाने गले की प्यास अपने ही आंसू गटक रहा हूं मैं
खोया मुसाफ़िर हूं सूरज के उजालों में भी भटक रहा हूं मैं&n