
हो साथ वो जो आपका दर्पण बने,
आपकी खूबियों संग खामियां भी चुने,
बताए आपको के कहाँ खड़े हो आप,
प्यार से, तो कभी सीधे कह दें बात,
अपने ज्ञान के सागर को आपके समक्ष रख दें,
आप में निखार लाना उस के मन को सुख दें,
दिल भी कहे आपका,
के कायनात उसको सब कुछ दें,
तुम से ज़्यादा कोई खुशनसीब नहीं,
उस से बड़ा कोई शुभचिंतक नहीं,
तुम्हारे सुख और दुख में शा
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