गली-गली हैं बिकने वाले
चाहे जैसा दाम लगा ले
उलझे-उलझे झूठ के जाले
मकड़जाल में सच उलझा ले
प्यार मुहब्बत एक धरम है
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गली-गली हैं बिकने वाले
चाहे जैसा दाम लगा ले
उलझे-उलझे झूठ के जाले
मकड़जाल में सच उलझा ले
प्यार मुहब्बत एक धरम है