वक्त भी अजीब है's image
324K

वक्त भी अजीब है

यह वक्त कुछ अजीब है,

कोई सपने नहीं करीब है,

खामोश है यह शमा,

एक प्रश्न है जुबान पे आज,

बुझते हुए चिराग में,

रोशनी है धीमा धीमा,

कैसा यह नसीब है,

यह वक्त कुछ अजीब है,

जो अपना ना हो सका,

वो सपना भी अब खो चुका,

Read More! Earn More! Learn More!