जब सपनों को पंख लग जाते हैं
उड़ान भरने को अंबर भी कम पड़ जाते हैं
उफान भरती हैं हसरतें दिन रात
सारी कायनात इंद्रधनुषी बन जाती है ।
किसी के जुनून को उम्र की सीमा
रोक नहीं सकती,
हसरतें हर वक्त जवान रहती ह
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उड़ान भरने को अंबर भी कम पड़ जाते हैं
उफान भरती हैं हसरतें दिन रात
सारी कायनात इंद्रधनुषी बन जाती है ।
किसी के जुनून को उम्र की सीमा
रोक नहीं सकती,
हसरतें हर वक्त जवान रहती ह