बड़ा सन्नाटा पसरा है
खामोशी की एक धुंध फिजा में छाई है
कहीं कोई हलचल नहीं
चारों तरफ खामोशी की परछाई है,
इंसान इंसान नहीं बुत बन गया है
जबान चुप है आंखों में जिंदगी की
Read More! Earn More! Learn More!
बड़ा सन्नाटा पसरा है
खामोशी की एक धुंध फिजा में छाई है
कहीं कोई हलचल नहीं
चारों तरफ खामोशी की परछाई है,
इंसान इंसान नहीं बुत बन गया है
जबान चुप है आंखों में जिंदगी की