नव वर्ष हो सबको मंगल
मंगल हो दिन रात,
हर जीवों में प्रेम परस्पर,
ऐसा है मन में विश्वास ।
बैर भाव अविश्वास को त्याग,
करो प्रेम भाव का विकास,
जाति धर्म का भेद
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नव वर्ष हो सबको मंगल
मंगल हो दिन रात,
हर जीवों में प्रेम परस्पर,
ऐसा है मन में विश्वास ।
बैर भाव अविश्वास को त्याग,
करो प्रेम भाव का विकास,
जाति धर्म का भेद