पाप नाशीनी मां गंगा ,
शिव के जटा से निकली ,
धरती की प्यास बुझाने आयी,
मानव के कल्याण हेतु ,
राजा भगीरथ ने शिव आशीष पाई,
सबके पापों का नाश करती,
मानव जीवन को निर्मल करती,
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