मैंने जिंदगी को जैसा समझा
उस हकीकत को अपने शब्दों में
सुनाता हूं,
माना की जिंदगी सबकी खुशगवार
होती नहीं,
फिर भी जिंदगी के गीत सुनाता हूं ।
अपने असहाय बाजुओं को अपने
हौसलों से ताकतवर बनाता हूं,
हर हाल में अपने
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मैंने जिंदगी को जैसा समझा
उस हकीकत को अपने शब्दों में
सुनाता हूं,
माना की जिंदगी सबकी खुशगवार
होती नहीं,
फिर भी जिंदगी के गीत सुनाता हूं ।
अपने असहाय बाजुओं को अपने
हौसलों से ताकतवर बनाता हूं,
हर हाल में अपने