ज़िंदगी क्यों हरपल आज़माती है's image
570K

ज़िंदगी क्यों हरपल आज़माती है

ये ज़िंदगी भी ना जाने

कैसे कैसे रंग दिखलाती है

जिनसे ना मिलना चाहो दोबारा

उन्हीं से बार बार मिलवाती है


हर रोज़ हर क़दम

अपने मुताबिक़ चलाती है

समझ नहीं आता आख़िर<

Read More! Earn More! Learn More!