ज़रा सा बढ़िए आप
थोड़ा सा हम भी खिसक जायेंगें
परस्पर यूं ही बढ़ने से
रिश्ते टिक पाएंगें
ज़रा सा रुकिए आप
थोड़ा सा हम भी ठहर जायेंगें
परस्पर यूं ही ठहरने से
रिश्ते निभ पाएंगें
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ज़रा सा बढ़िए आप
थोड़ा सा हम भी खिसक जायेंगें
परस्पर यूं ही बढ़ने से
रिश्ते टिक पाएंगें
ज़रा सा रुकिए आप
थोड़ा सा हम भी ठहर जायेंगें
परस्पर यूं ही ठहरने से
रिश्ते निभ पाएंगें