उम्मीदें करी जो कम
तो खुशी बेहिसाब मिली
आत्मीयता के आगे
रास न आई संगदिली
हौसला किया जो बुलंद
तो मुश्किलें सारी दूर हुईं
चैन ओ सुकून का साथ पाक
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उम्मीदें करी जो कम
तो खुशी बेहिसाब मिली
आत्मीयता के आगे
रास न आई संगदिली
हौसला किया जो बुलंद
तो मुश्किलें सारी दूर हुईं
चैन ओ सुकून का साथ पाक