डब्बा जो हुआ बातूनी
मेल जोल बढ़ गया
दूरियों में रहकर
नज़दीकियों का रूप निखर गया
मीलों दूर बैठ कर
दिलों के तार जुड़ते गए
फासलों के किलोमीटर
करीबियों के मिलीमीटर हुए<
Read More! Earn More! Learn More!
डब्बा जो हुआ बातूनी
मेल जोल बढ़ गया
दूरियों में रहकर
नज़दीकियों का रूप निखर गया
मीलों दूर बैठ कर
दिलों के तार जुड़ते गए
फासलों के किलोमीटर
करीबियों के मिलीमीटर हुए<