मन की परवाज़'s image

जाने न सीमाएं कोई

न जाने पाबंदियाँ

मन की बस मन ही जाने

इसकी अपनी ही रज़ामंदियाँ


रोके न रूके किसी से

इसकी अपनी ही रफ़्तार है

माने ना आदेश किसी क

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