कुछ घाव's image

कुछ घाव दिखते नहीं 

बस अंदर ही अंदर पलते हैं

दर्द की आंच पर 

दिन रात उबलते हैं


कुछ आंसू गिरते नहीं

बस कंखियों में सिमटते हैं

सिसकियों की ओट में

Read More! Earn More! Learn More!