करवाचौथ's image

कभी श्रृंगार कभी लज्जा

कभी स्नेह सजाई हूं

मन्नतों के धागे से

खुशियाँ बुनने आई हूं


कभी उपवास कभी त्याग

कभी स्वीकृति की मूरत हूं

नफरतों का पात्र नहीं

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