
धीरे धीरे सब बदलते चले गए
काफ़िले यारों के बिछड़ते चले गए
ज़िम्मेदारियों के बोझ तले दबते चले गए
मनमानियों की राहों से हटते चले गए
समझदारियों के फेर में उलझते चले गए
Read More! Earn More! Learn More!
धीरे धीरे सब बदलते चले गए
काफ़िले यारों के बिछड़ते चले गए
ज़िम्मेदारियों के बोझ तले दबते चले गए
मनमानियों की राहों से हटते चले गए
समझदारियों के फेर में उलझते चले गए