हर शख़्स है गुनहगार यहाँ
हर शख़्स ख़तावार है
फिर भी ना जाने क्यों
देता फिरता हरदम
शराफ़त का इश्तिहार है
हर शख़्स है बेज़ार यहाँ
हर शख़्स लाचार है
फिर भी ना जा
Read More! Earn More! Learn More!
हर शख़्स है गुनहगार यहाँ
हर शख़्स ख़तावार है
फिर भी ना जाने क्यों
देता फिरता हरदम
शराफ़त का इश्तिहार है
हर शख़्स है बेज़ार यहाँ
हर शख़्स लाचार है
फिर भी ना जा