एहसासों के मोती's image
560K

एहसासों के मोती

खाकर ठोकरें दर दर की

फिर वापस लौट आते हैं

जज़्बात भी ना जाने 

कहाँ कहाँ सिर को झुकाते हैं


मिले जो ना ठिकाना तो

पल भर में बिखर जाते हैं

एहसासों के मो

Read More! Earn More! Learn More!