आज में रहकर's image

आज में रहकर

कल की क्यों सोचना

धर कर हाथ पर हाथ

मुकद्दर को क्यों कोसना


औरों को देख

ख़ुद को क्यों आँकना

अपनों क

Read More! Earn More! Learn More!