पुरुषार्थ
राकेश मल्होत्रा
समस्या जब जटिल हो,
समय कठिन हो,
तो खुद कठिन बननें का साहस करो,
उठकर फिर चलने का प्रयास करो|
जिंदगी जब बोझिल हो,
रास्ता आंखों से ओझल हो|
तो मन को आशा का संग दो,
भाग्य को कड़ी मेहनत से रंग दो |
योग्यता पर अपनी
तुम और अधिक विश्वास करो,
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