
ज़िंदगी सवाल थी,
तू जवाब बन कर आ गयी
नींदे उड़ी उड़ी थी
तु हसिन ख्वाब बन कर आ गयी
तेरे आने से सूना मन चहक उठा
घर का कोना कोना महक उठा
तु हँस दे तो दिन पल में गुजर जाए
चुप हो तो यह ज़हान थम जाए
कमी क्या थी यह
तू जवाब बन कर आ गयी
नींदे उड़ी उड़ी थी
तु हसिन ख्वाब बन कर आ गयी
तेरे आने से सूना मन चहक उठा
घर का कोना कोना महक उठा
तु हँस दे तो दिन पल में गुजर जाए
चुप हो तो यह ज़हान थम जाए
कमी क्या थी यह
Read More! Earn More! Learn More!