मर जाऊं।।'s image

तेरे आगोश में ठहरूँ तो फिर सवँर जाऊँ ,

इसी एहसास की शिद्दत से न मर जाऊँ ।


इस राह की वीरानियाँ संगदिल सी हैं ,

जी बहुत करता है अपने घर जाऊँ ।


क्या गलत है मैं अगर इल्ज़ाम हूँ ,

कम से कम इक बार तेरे सर जाऊँ ।

Tag: Love और2 अन्य
Read More! Earn More! Learn More!