अपेक्षा करते हैं तो,
अपेक्षाओं पर खरे उतरिए
औरों को सुधारने निकले हैं !
पहले खुद सुधरिए
बहुत आसां है कीचड़ उछालना
अपना दामन तो देखिए
अच्छा सुनने की, है गर चाहत
<Read More! Earn More! Learn More!
अपेक्षा करते हैं तो,
अपेक्षाओं पर खरे उतरिए
औरों को सुधारने निकले हैं !
पहले खुद सुधरिए
बहुत आसां है कीचड़ उछालना
अपना दामन तो देखिए
अच्छा सुनने की, है गर चाहत
<