
आदतन मुस्कुरा देता हूं।
कुछ ऐसे ही दर्द छुपा लेता हूं।।
कोई पूछ ले भूल से भी।
तो बस हां में हां मिला लेता हूं।।
नज़दीकियों से बहुत दूर-दूर।
मैं ख़ुद से भी दूर-दूर होने लगा हूं।।
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आदतन मुस्कुरा देता हूं।
कुछ ऐसे ही दर्द छुपा लेता हूं।।
कोई पूछ ले भूल से भी।
तो बस हां में हां मिला लेता हूं।।
नज़दीकियों से बहुत दूर-दूर।
मैं ख़ुद से भी दूर-दूर होने लगा हूं।।