
बेवज़ह नहीं ये इश्क हुआ करता है
बेरुप से दिल में रूह हुआ करता है
अँधेरों में गिरते पड़ते रहते हैं
सदियाँ तक सहमे रहते हैं
और र
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बेवज़ह नहीं ये इश्क हुआ करता है
बेरुप से दिल में रूह हुआ करता है
अँधेरों में गिरते पड़ते रहते हैं
सदियाँ तक सहमे रहते हैं
और र