
तू सोई हुई है और मैं तेरी जुल्फें संवार रहा हूँ,
तेरी जान-ए-अदा को देख मैं ये दिल हार रहा हूँ।
ख्वाब है मेरा बस तू इसी तरह नींद में रहे,
सिर्फ एक तबस्सुम खातिर मैं पूरी रात बेदार रहा हूँ।
तुम रात थी और तुम्हारा चेहरा एक चांद सा,
बैठ तेरे
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