
पल पल छिलती सांसों में भी नाम तुम्हारा अटका है,
इन सांसों की माला में जप तुम्हारा अटका है।
है दूर भले ही तो भी तो क्या,
दिल पास मेरे ही अटका है।
खुली डोर सी आहटों पर नाम तेरा ही
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पल पल छिलती सांसों में भी नाम तुम्हारा अटका है,
इन सांसों की माला में जप तुम्हारा अटका है।
है दूर भले ही तो भी तो क्या,
दिल पास मेरे ही अटका है।
खुली डोर सी आहटों पर नाम तेरा ही