केसरिया बालम's image
55K

केसरिया बालम

केसरिया बालम पधारो म्हारे देस’

नयना पुलकित, फिर उर में कैसी ठेस


कैसी झूमी घर आंगन, अमिया की बौर

मन की सुनी कभी न, सावन को नही ठौर


मुंडेर पर भोर बुलावे, दुनिया को रात दिन शोर

Read More! Earn More! Learn More!