
आहट
राकेश स्वरुप टंडन
दरवाजे पर हुई जो आहट
नींद से था मैं जगा
आगंतुक की उत्सुकता में
उठकर तुरत ही भागा I
द्वार खुला तो सामने आया
हवा का तेज एक झोंका I
बोला जिसका इंतजार था तुमको
वह है आने वाली
मैं घबरा कर चिल्लाया
Read More! Earn More! Learn More!
आहट
राकेश स्वरुप टंडन
दरवाजे पर हुई जो आहट
नींद से था मैं जगा
आगंतुक की उत्सुकता में
उठकर तुरत ही भागा I
द्वार खुला तो सामने आया
हवा का तेज एक झोंका I
बोला जिसका इंतजार था तुमको
वह है आने वाली
मैं घबरा कर चिल्लाया