इक उम्र गुजरी हैं, तेरी राह तकते,
सब्र अब नम हो गया है ,
रोशन था जो दीपक तेरे इंतजार में, अब ये मंद हो गया है !
तेरी आने की आस
Read More! Earn More! Learn More!
इक उम्र गुजरी हैं, तेरी राह तकते,
सब्र अब नम हो गया है ,
रोशन था जो दीपक तेरे इंतजार में, अब ये मंद हो गया है !
तेरी आने की आस