
बेपनाह इश्क़ के अस्रार की कसक,
अब तलक है दिल में तेरे प्यार की कसक।
जनिबे मंज़िल चला हर एक कदम के साथ,
एक-एक कदम पे तुम दिखी अस्रार की तरह।
तफ़सील से बताऊँ लम्बे सफ़र के राज़,
आ बैठ मेरे पास किसी हमराज़ की तरह।
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बेपनाह इश्क़ के अस्रार की कसक,
अब तलक है दिल में तेरे प्यार की कसक।
जनिबे मंज़िल चला हर एक कदम के साथ,
एक-एक कदम पे तुम दिखी अस्रार की तरह।
तफ़सील से बताऊँ लम्बे सफ़र के राज़,
आ बैठ मेरे पास किसी हमराज़ की तरह।