संकल्प था कि दूँगा,
तुम्हारा साथ,
अंतिम साँस तक,
सुबह-शाम,
दिन-रात।
हल्का करूँगा,
तुम्हारे दुखों का भार,
छोटी-छोटी खुशियों से,
हर मुश्किल वक्त पर,
मिलूँगा तुमसे,
हर गली, हर चौराहे पर।
भरूँगा रोशनी,
तुम्हारे अँधेरे में,
काबिल बनाऊँगा,
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