दर्जा ए हरारत अचानक बढ़ गया है,
सर्दी चली गई गर्मी आ गई है,
मौसम ए बहार जाने किधर गया है,
खिलने से भी पहले हर फूल बिखर गया है,
तरक्की के रास्ते दुनिया चल पड़ी है,
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सर्दी चली गई गर्मी आ गई है,
मौसम ए बहार जाने किधर गया है,
खिलने से भी पहले हर फूल बिखर गया है,
तरक्की के रास्ते दुनिया चल पड़ी है,
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