![नदी हो तुम's image](https://kavishala-ejf3d2fngme3ftfu.z03.azurefd.net/kavishalalabs/post_pics/%40raj-kapoor-rahi/None/1643610095884_31-01-2022_11-51-38-AM.png)
धवल उज्ज्वल चांदनी सी ,
नदी हो तुम , नदी हो तुम ।
हलचल करती लहराती
मचलती इठलाती बलखाती ,
नदी हो तुम , नदी हो तुम।
कल कल की मधुर ध्वनि कानों में घोलती ,
मीठे सपने दिखाती ,
नदी हो तुम , नदी हो तुम ।
पर्वतों खंडहरों को चीरकर,
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