
हर लम्हा इम्तिहान की तरह है,
कोई सफल तो कोई असफल है,
हार कर बैठना मना है यहाँ ,
उठकर लड़ना हर चुनौतियों से है,
शायद, इसी का नाम ज़िन्दगी है (१)
हर लम्हा इम्तिहान की तरह है,
हर रिश्ते की अलग सी पहचान है,
कोई किसी को पाकर, तो कोई किसी से बिछड़कर खुश है,
भुलाकर टूटे रिश्ते नए रिश्ते तराशने है,
शायद, इसी का नाम ज
Read More! Earn More! Learn More!