
506K
दूर रह कर न करो बात, क़रीब आ जाओ - राहुल अभुआ | Dur Rehkar Na Karo Baat - Rahul Abhua
दूर रह कर न करो बात, क़रीब आ जाओ
याद रह जाएगी ये रात, क़रीब आ जाओ
कबसे बैठे हैं, तेरी दीद में, हम बरसो से
करलो इक और मुलाक़ात, क़रीब आ जाओ
मय तडपती है, मचलते हैं, अब अरमां मेरे
रश्क कर बैठे ना ये जाम, क़रीब आ जाओ
चाँद निकला है, चमकते हैं सितारे यूँ भी
Read More! Earn More! Learn More!