![ख़्वाहिशें's image](/images/post_og.png)
आख़िर तादाद कितनी है
कुछ भी ख़बर नहीं
और न ख़्याल आया कभी
कि पता करूँ इनके बारे में
मगर यक़ीनन तय है
इनकी तादाद बेशुमार होगी।
यक़ीनन कह सकता हूं
ये अलग-अलग मज़हब के है
उम्र के अलग-अलग पड़ाव पर
अलग-अलग रंग रूपों के
अलग-अलग मिज़ाज के
बेबसी से देखते रहते हैं
बिना शिकायत किए
तंग बंद कमरे के झरोखों से
जहां अंधेरे का क़ब्ज़ा है
जहां ये स
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