तुम कब आओगे !'s image
103K

तुम कब आओगे !

इक खामोश - सी  नज़र ! 
दीये की टिम-टिमाती लौ 
जैसा है मद्धम जलता बल्ब !
घर  , आँगन , दीवारें  खपरैल !
सब कुछ  हैं  –  खामोश !
चुपचाप ! प्रतीक्षारत मन !
किसी पदचाप की आहट पर 
Read More! Earn More! Learn More!