Browse
Events
Chapters
Authors
Quiz
More
About Us
Blog
Reviews
Careers
Contact Us
Opportunities
UAE
Login / Sign Up
Home
Profile
Home
Profile
Poetry
1 min read
164K
मैं उल्लू हूँ !
R N Shukla
June 15, 2022
Explore with
मैं उल्लू हूँ !
उजाले में दुबका रहता हूँ !
अँधेरे में चमक उठता हूँ !
दिन का प्रकाश मुझे नहीं भाता !
अंधेरे में ही मुझे जीना है आता !
अन्धकार ही है ,मेरी नेत्र-ज्योति !
मेरे लिए प्रकाश
Read More
Join Our WhatsApp Community
Read More! Earn More! Learn More!
Login/ Signup