![आतंक का प्रतिकार!'s image](/images/post_og.png)
आतंक के जुल्मों-सितम से
आजादी की माँग करती –
महिलाएँ अफगान की
अब चल पड़ी हैं…
कोड़े की मार खातीं
तलवारों की–
धारों पर चलतीं
हर जुल्म का प्रतिकार करतीं
निकल पड़ीअपने घरों से…
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आजादी की माँग करती –
महिलाएँ अफगान की
अब चल पड़ी हैं…
कोड़े की मार खातीं
तलवारों की–
धारों पर चलतीं
हर जुल्म का प्रतिकार करतीं
निकल पड़ीअपने घरों से…