अपनी नज़ाकत दिखाकर जो कयामत ढाती हो's image
331K

अपनी नज़ाकत दिखाकर जो कयामत ढाती हो

अपनी नज़ाकत दिखाकर जो कयामत ढाती हो

कसम से आजकल हमें तुम बहुत तड़पाती हो


चुप कराने के लिए होठों पर उंँगली रखते हैं सब 

और तुम मेरे होठों पर अपना होठ रख जाती हो


मेरी जांँ तेरी मासूमियत का अब क्या ही कहूंँ मैं

मुझे मनाने के लिए तुम क्यों ख़ुद रूठ जाती हो


तुम्हें मनाता इसलिए हूंँ कि इसमें मेरा फायदा है

मान जाने के बाद तुम मुझ

Read More! Earn More! Learn More!