
धूल चटाना होगा
आतंक की आंखों में आँधी भरनी होगी,
नफ़रत की हर दीवार गिरानी होगी।
जो छुपाए ज़हर को अपने आँगन में,
उसके भी चेहरे से नक़ाब हटाना होगा।
जो भी शरण दे अंधेरों को,
उसे उजालों से डराना होगा।
हर कायरता के पीछे ज
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