सहरा's image
सहरा नज़र आता है, समुन्दर सा है भरा जैसे
नाम तेरा आते ही, खिल उठता है चेहरा ऐसे
सदी बीत जाती है पर कहाँ हंसी आती है अब
तुम जाते पर, छोड़ गए थे खुशियों पर पहरा जैसे।
तुम इधर उधर से घूम टहल कर लौट के वापस आओगे
है यकीं अभी तक सनम, इश्क़ हो इतना गहरा जैसे।
हर रोज़ मुझे है लगता जैसे आज अमावस फिर से है
पर आज अमावस होती त
Read More! Earn More! Learn More!