
दीपावाली
दीपों की ज्योति आई है,
अमावस में रौशनी जगमगाई है।
राम लौटे आज अयोध्या धाम,
दीप जलाकर फैलाया खुशियों का पैगाम।
सागर मथने पर लक्ष्मी जी को पाया,
धन-संपदा की देवी ने आशीर्वाद बरसाया।
विष्णु संग विवाह का वचन निभाया,
हर घर को समृद्धि का उपहार दिलाया।
लक्ष्मी माता संग गणपति आते,
हर द्वार पर सुख-संपत्ति का दीप जलाते।
कुबेर के साथ गणेश को बिठाया,
हर घर को धन-धान्य से सजाया।
दीप जलाकर हम पर्व मनाएं,
स
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