"वो रफ़्ता रफ़्ता वृक्ष हो के दूर हो गया"'s image
437K

"वो रफ़्ता रफ़्ता वृक्ष हो के दूर हो गया"


"विकास के हाथों मनुज मजबूर हो गया"



अंकुर लगाया और फिर खुशियों से सजाया

वो रफ़्ता रफ़्ता वृक्ष हो के दूर हो गया,


स्नेह का, वात्सल्य का, म

Read More! Earn More! Learn More!