
"हर रोज़ कहानी देता है"
सृष्टि के भगवान
तुझे इंसान सलामी देता है
ख़ानों में
कारख़ानो में
भवनों के शीश, तहखानो में,
हर बूंद पसीने की तुझको
देकर तेरी ही सृष्टि को,
हर रोज़ कहानी देता है
मज़दूर निशानी देता है,
भावों से भर भगवान
तुझे इंसान सलामी देता है।
Read More! Earn More! Learn More!