
- 'आईन' ! अगली पीढ़ी को सौगात क्या दूंगा'
पूछे कोई जो नाम तो मुफ़लिस बता देना,
शहर में उगता हुआ कैक्टस दिखा देना,
ये सीली गलियाँ ही तो मेरी सारी दुनिया है,
‘आईन’ के पन्नों का ये हिस्सा दिखा देना।
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तोहफ़े में फूलों संग देखो खार लाया हूँ,
दौरे-फ़िज़ा में दर्द की झंकार ल
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