दहेज's image

निशब्द सा, श्वेत सा, तन गिरा अचेत सा,

मानव झुंड के समक्ष, ना सांसों को भेदता,

कुछ नये, कुछ गये, चेहरों की कतार को,

कुछ खड़े दलील करते, प्राणों पर इस वार को


सीने को दबा प्रयत्न करते,सांसों की एक आहट को,

मृत शरीर मात देता,जीने की घबराहट को,

Read More! Earn More! Learn More!