दम घुटने लगा उन हरफों का,
सर झुकने लगा उन चर्चों का,
जिनमे बातें तेरी होती थी,
जिनमे यादें तेरी होती थी
मन ना माने तू बदल गया,
दुनिया के रंग में ढल यूं गया,
कहता खुद को दीवाना था,
हास विलास में फिसल गया
मैं तब वो थी जो आज है तू,
मैं सुर में थी बेसाज है तू,
क्यूं सुनती नही है चीखें भी,
मृत है या बदहवास है तू
कह दे तू सच में ऐसा है,
तेरा प्यार था जो वो भूलेखा है,<
Read More! Earn More! Learn More!